
खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
थाना ट्रांजिट कैंप इलाके में 22 वर्षीय युवक विश्वजीत मलिक के सुसाइड प्रकरण में परिजनों व वार्डवासियों का गुस्सा फूट पड़ा उन्होंने पोस्टमार्टम के बाद शव को थाने के सामने रख विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने युवती के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा उठाते हुए पुलिस को तहरीर भी सौंपी। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद गुस्सा शांत हुआ।
बताते चलें कि वार्ड-सात विवेक नगर निवासी सुदेश मलिक राजमिस्त्री का काम करता है, जबकि उनका 22 वर्षीय बेटा दिल्ली में नौकरी करता था। वह रविवार को ही अपने घर आया था। बताया जा रहा है कि युवक का पड़ोस की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था और मंगलवार की सुबह वह युवती से फोन से बातचीत कर रहा था। इस बीच युवती के परिवार के लोग आये और हंगामा काटते हुए युवक को बातचीत नहीं करने को लेकर धमकी देने लगे। जिसके बाद दोपहर के वक्त विश्वजीत ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शाम 4 बजे जैसे ही पोस्टमार्टम हुआ और शव को एंबुलेंस में रखकर ट्रांजिट कैंप में प्रवेश किया तो परिवार के साथ ही लोगों की भीड़ ने थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना था कि युवती के कारण युवक ने सुसाइड किया है। ऐसे में युवती व परिवार के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मोहन चंद्र पांडेय, दरोगा अकरम अहमद भी पुलिस बल के साथ बाहर निकले और भीड़ को समझाने की कोशिश की। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर करने का आश्वासन दिया। बुधवार को दोनों पक्षों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। जिसके बाद मामला शांत हुआ । मामले में मोहन चंद्र पांडेय, थाना प्रभारी, ट्रांजिट कैंप क्या कहना है कि विश्वजीत द्वारा सुसाइड किए जाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम भी करवा दिया। मामला एक नाबालिग किशोरी का था। जिससे युवक अक्सर फोन पर वार्ता करता रहता था। इसी बात को लेकर परिवार ने डांट दिया था। मृतक के परिवार व युवती पक्ष को वार्ता के लिए बुलाया गया है। वार्ता के बाद कोई निर्णय नहीं निकलता है तो पुलिस प्रकरण की जांच करेगी और आगे की कार्रवाई करेगी।


