
खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
मध्यप्रदेश से हल्द्वानी आए दो सगे भाइयों ने जहर खा लिया जिसमें एक की मौत हो गई। दूसरे की हालत भी नाजुक बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, ग्राम मनिक्वार, पोस्ट दुआरा, जिला रीवा मध्यप्रदेश निवासी 22 वर्षीय शिवेश मिश्रा और 21 वर्षीय बृजेश मिश्रा पुत्रगण स्व. मनोज मिश्रा चार दिन पहले घर से काम की तलाश में जाने की बात कहकर निकले थे। दोनों लंबा सफर तय कर रीवा से हल्द्वानी पहुंचे। गुरुवार की सुबह दोनों काठगोदाम से नैनीताल रोड पर टहलते हुए गुलाबघाटी पहुंचे। यहां भद्यूनी की ओर जाने वाला सुनसान रास्ता और जंगल देख कर दोनों इसी रास्ते पर चल पड़े। जंगल में पहुंचने पर दोनों ने सल्फास की गोलियां खा लीं।
जल संस्थान के ट्यूबवेल कर्मी ने उनको देख लिया और उन्हें रोकने का असफल प्रयास किया और फिर सूचना पुलिस को दी। जामा तलाशी में उनके पास से आधार कार्ड और मोबाइल फोन मिला। इसी के जरिये पुलिस दोनों भाइयों के मामा और बुआ से फोन पर बात हुई। परिजनों से प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि छह-सात माह पहले शिवेश और बृजेश के माता-पिता ने भी आत्महत्या की थी।उनकी मौते के बाद परिवार में सिर्फ 80-85 वर्षीय दादी बची। मामा-बुआ का अपना परिवार था। दोनों भाई खुद को अकेला और असहाय महसूस करने लगे। इसी वजह से वह मध्यप्रदेश से हल्द्वानी पहुंचे और जहर खा लिया। युवकों के मामा मध्यप्रदेश से हल्द्वानी शुक्रवार को पहुंचेंगे। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस को आधार कार्ड के साथ सगे भाइयों से एक मोबाइल फोन भी मिला, लेकिन वो बंद था। आधार पर लिखे पते की पड़ताल की तो वह गलत मिला। जिसके बाद पुलिस ने बंद मोबाइल फोन का आईएमईआई नंबर रन कराया। इसी के जरिये पुलिस सगे भाइयों के मामा तक पहुंची। पुलिस की फोन पर हुई बातचीत से तमाम बातें सामने आईं। हालांकि ज्यादा पुख्ता बातें परिजनों के हल्द्वानी पहुंचने के बाद ही सामने आएंगी। माना जा रहा है कि माता-पिता के मौत के सदमे ने ही भाइयों को जान देने के लिए मजबूर किया, लेकिन सवाल यह है कि अगर उन्हें आत्महत्या करनी ही थी तो वह 711 किलो मीटर का लंबा सफर तय करके हल्द्वानी क्यों आए। घर में कहा था कि वह रोजगार की तलाश में जा रहे हैं और फिर अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया था। पुलिस इसमें पारिवारिक कलह के एंगल से भी जांच कर रही है।



