एसएससी परीक्षा सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़: होटल से गिरफ्तार हुए 9 शातिर

चार-चार लाख में पास कराने का सौदा

खबरों की दुनिया, हल्द्वानी

हल्द्वानी में कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा में धांधली की बड़ी साजिश को पुलिस और एसओजी की टीम ने वक्त रहते नाकाम कर दिया। गैंग के सदस्य 6 अगस्त को होने वाली SSC परीक्षा में सॉल्वर के जरिए नकल कराने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने रामपुर रोड स्थित होटल जलविक में छापेमारी कर गैंग के 9 सदस्यों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन और कई वाई-फाई डिवाइस बरामद की गई हैं। यह गिरोह परीक्षार्थियों से चार-चार लाख रुपये लेकर परीक्षा पास कराने का ठेका ले चुका था। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के विभिन्न जिलों से हैं।

ऐसे हुआ भंडाफोड़

एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग टीपीनगर चौकी क्षेत्र के होटल में रुके हैं और परीक्षा में गड़बड़ी की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने देवलचौड़ स्थित होटल जलविक के कमरे नंबर 103 पर छापा मारकर 9 लोगों को गिरफ्तार किया।

गिरोह का मास्टरप्लान

पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान थे। इसलिए उन्होंने एक पूरा गैंग बनाकर नकल कराने की ठोस योजना बनाई। ज्ञानकोश डिजिटल लाइब्रेरी (हल्द्वानी) को दिसंबर 2024 में लीज पर लिया गया। रिमोट डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर (Anydesk, Ammy Admin) के जरिए दिल्ली बैठे साल्वर से पेपर हल कराना था। इसके लिए एक आईटी एक्सपर्ट, इनविजीलेटर और एजेंट तक नियुक्त किए गए। परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड मंगवा लिए गए और उन्हें पास कराने का वादा कर 4 लाख रुपये प्रति कैंडिडेट वसूले गए।

प्लान में कैसे आई रुकावट

ज्ञानकोश डिजिटल लाइब्रेरी में कार्यरत टेक्नीशियन हिमांशु बिष्ट ने लैपटॉप लगाने और सिस्टम से छेड़छाड़ करने से साफ इनकार कर दिया। इसके कारण परीक्षा में सॉल्वर से नकल कराने की पहली कोशिश नाकाम हो गई। हालांकि, गैंग 6 अगस्त से शुरू हो रही अगली परीक्षा में फिर से यही साजिश दोहराने वाला था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने पूरी योजना को ध्वस्त कर दिया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

नाम.            जिला.             भूमिका

परविंदर सिंह  बागपत.           गैंग लीडर

सुनील कुमार.   बागपत.        गैंग लीडर

रमाकांत उर्फ राहुल बुलंदशहर.  दिल्ली में आईटी सेटिंग

अभिषेक कुमार.     हाथरस.         लैब में लैपटॉप कनेक्शन

विशाल गिरी.          मेरठ/हरिद्वार. परीक्षार्थी जोड़ने का काम

शिव सिंह.               हाथरस.         कैंडिडेट मैनेजमेंट

जसवीर सिंह.          रोहतक.         पैसों की वसूली

फताब खान.        मुजफ्फरनगर.    इनविजीलेटर मैनेजमेंट

अरुण कुमार.        मुजफ्फरनगर.    इनविजीलेटर मैनेजमेंट

पुलिस टीम को मिला इनाम

एसएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा को कलंकित करने की कोशिश को विफल करने के लिए एसएसपी ने टीम को ₹2500 का इनाम देकर सराहना की। एसएससी जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में होने वाली इस तरह की धोखाधड़ी ने एक बार फिर परीक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समय रहते हुए पुलिस की कार्रवाई से न केवल सैकड़ों अभ्यर्थियों का भविष्य बचा, बल्कि सिस्टम में भरोसा भी कायम रहा।

पुलिस का आग्रह:

यदि किसी को परीक्षा संबंधी कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तत्काल नजदीकी थाना या एसओजी से संपर्क करें। मिलकर ही हम इस तरह की शिक्षा माफियाओं पर लगाम कस सकते हैं।

 

 

 

 

 

Harish Upreti Karan

पिछले 20 वर्षों से दैनिक जागरण, हिंदुस्तान व अमृत विचार में पत्रकार के रूप में कार्य करने के अलावा चार काव्य संग्रह प्रकाशित, आकाशवाणी रामपुर व अल्मोड़ा से विभिन्न रचनाओं का प्रसारण, हिंदी फिल्म "यंग बाइकर्स" के लिए गीत लेखन, पर्यटन विभाग के लिए बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "चंपावत एक धरोहर" की स्क्रिप्ट राइटिंग, कुमाऊनी फिल्म "फौजी बाबू", "पधानी लाली", रंगमंच के विभिन्न नाटकों में अभिनय, कुमाऊनी गीत "पहाड़ छोड़ दे" और "काली जींस" का लेखन व गायन, फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई का सदस्य

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