तो हत्या कर टांडा जंगल में फेंकी गई थी लाश

मृतक के बेटे की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

हल्द्वानी, 12 जून को टांडा जंगल में संदिग्ध हालात में मिली लाश के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मृतक की पहचान गढ़गंगा, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़) निवासी भुगेंद्र सिंह के रूप में हुई है। अब मृतक के बेटे करन चौहान ने पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

करन चौहान वर्तमान में रुद्रपुर की कृष्णा ग्रीन्स कॉलोनी, गंगापुर रोड, वार्ड नं. 1, पाथ शिखर स्कूल के पास रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता भुगेंद्र सिंह हल्द्वानी से रुद्रपुर के बीच टाटा मैजिक वाहन चलाते थे। 11 जून की शाम को उनके पिता के मोबाइल पर किसी अनजान व्यक्ति का कॉल आया, जिसके बाद वे मोटरसाइकिल से घर से बिना बताए निकल गए।

शाम करीब 7 बजे करन ने अपने पिता को कॉल किया, तब उन्होंने कहा कि एक-दो घंटे में लौट आएंगे। लेकिन देर रात तक भी वह घर नहीं पहुंचे। रात 10 बजे दोबारा कॉल करने पर उनका मोबाइल बंद मिला। परिजनों ने उन्हें तलाशने का प्रयास किया और जब करन ट्रांजिट कैंप, रुद्रपुर थाना पहुंचे, तो वहां उन्हें पता चला कि एक शव बरामद हुआ है। शव की पहचान करन ने अपने पिता के रूप में की।

करन का आरोप है कि उनके पिता की सुनियोजित हत्या कर शव को टांडा जंगल में फेंका गया। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि पिता को किसी बहाने बुलाकर जंगल में मारा गया होगा।

जांच की दिशा में जुटी पुलिस

पुलिस ने करन की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं, जिससे यह पता चल सके कि अंतिम समय में वह किन-किन लोगों के संपर्क में थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

 

 

 

 

Harish Upreti Karan

पिछले 20 वर्षों से दैनिक जागरण, हिंदुस्तान व अमृत विचार में पत्रकार के रूप में कार्य करने के अलावा चार काव्य संग्रह प्रकाशित, आकाशवाणी रामपुर व अल्मोड़ा से विभिन्न रचनाओं का प्रसारण, हिंदी फिल्म "यंग बाइकर्स" के लिए गीत लेखन, पर्यटन विभाग के लिए बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "चंपावत एक धरोहर" की स्क्रिप्ट राइटिंग, कुमाऊनी फिल्म "फौजी बाबू", "पधानी लाली", रंगमंच के विभिन्न नाटकों में अभिनय, कुमाऊनी गीत "पहाड़ छोड़ दे" और "काली जींस" का लेखन व गायन, फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई का सदस्य