चिलकिया में सड़ा-गला शव मिलने से फैली सनसनी

शव की हालत बेहद खराब, पांच से छह दिन पुराना होने की आशंका

हल्द्वानी। रामनगर-काशीपुर नेशनल हाईवे-309 पर स्थित किशनपुर चिलकिया पावर हाउस के समीप उस समय सनसनी फैल गई, जब राहगीरों की नजर झाड़ियों के पास पड़े एक सड़े-गले शव पर पड़ी। सूचना मिलते ही रामनगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ की।

कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि शव पूरी तरह से सड़ चुका है, जिससे उसकी पहचान कर पाना फिलहाल कठिन हो रहा है। प्रारंभिक जांच के आधार पर अनुमान है कि शव कम से कम पांच से छह दिन पुराना हो सकता है। मृतक की आयु, वेशभूषा या किसी प्रकार की पहचान संबंधी जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही आसपास के इलाकों में पूछताछ शुरू कर दी गई है ताकि शव की पहचान की जा सके। क्षेत्र के लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं और आशंका व्यक्त की जा रही है कि मामला हत्या का भी हो सकता है।

कोतवाल सैनी ने बताया कि शव की पहचान के लिए आसपास के थानों से संपर्क किया जा रहा है और हाल ही में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों को भी खंगाला जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

फिलहाल पुलिस हर पहलू से जांच में जुटी हुई है। मृतक कौन था, वह इस सुनसान इलाके में कैसे पहुंचा, और उसकी मौत किन परिस्थितियों में हुई—इन तमाम सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच के बाद सामने आने की उम्मीद है।

 

 

 

 

Harish Upreti Karan

पिछले 20 वर्षों से दैनिक जागरण, हिंदुस्तान व अमृत विचार में पत्रकार के रूप में कार्य करने के अलावा चार काव्य संग्रह प्रकाशित, आकाशवाणी रामपुर व अल्मोड़ा से विभिन्न रचनाओं का प्रसारण, हिंदी फिल्म "यंग बाइकर्स" के लिए गीत लेखन, पर्यटन विभाग के लिए बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "चंपावत एक धरोहर" की स्क्रिप्ट राइटिंग, कुमाऊनी फिल्म "फौजी बाबू", "पधानी लाली", रंगमंच के विभिन्न नाटकों में अभिनय, कुमाऊनी गीत "पहाड़ छोड़ दे" और "काली जींस" का लेखन व गायन, फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई का सदस्य