
खबरों की दुनिया, रुद्रपुर
काशीपुर बाईपास व्यापारियों के सामने ध्वस्तीकरण का संकट गहराने लगा है। कारण नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम ने काशीपुर बाईपास मुख्य मार्ग के दोनों ओर लाल निशान लगाकर ध्वस्तीकरण का नोटिस थमा दिया है। प्रशासन की कार्रवाई शुरू होते ही दुकानदारों में हड़कंप मच गया और एक बार फिर व्यापारियों के सामने रोजगार का संकट दिखने लगा है।
बताते चलें कि वर्ष 2023 में रामनगर में हुए जी 20 सम्मेलन की आड़ में नैनीताल हाईवे के दोनों ओर से सैकड़ों दुकानदारों को उजाड़ दिया गया था। जिसके बाद से व्यापारी अभी ठीक से उभर भी नहीं पाए थे कि शनिवार को एमएनए नरेश दुर्गापाल और एसडीएम मनीष बिष्ट ने टीम के साथ काशीपुर बाईपास पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्य मार्ग के मध्य से 22.5 मीटर नपाई करते हुए दुकानों पर लाल निशान लगाने शुरू कर दिए है। साथ ही अतिक्रमण की जद में आए दुकानदारों को जल्द दुकान खाली करने का नोटिस भी थमा दिया है। नोटिस मिलते ही व्यापारियों में हड़कंप मच गया और दुकानदारों ने व्यापारी नेताओं और जनप्रतिनिधियों के फोन घनघनाने शुरू कर दिए। बावजूद प्रशासन अपनी कार्रवाई करता रहा और शाम चार बजे तक 198 अतिक्रमण को चिह्नित करते हुए ध्वस्तीकरण का आदेश भी दिया। एसडीएम मनीष बिष्ट ने बताया कि अतिक्रमण चिह्नित करने की कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेश पर हुई है। ताकि बाइपास हो या फिर हाईवे का चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ हो सके। इस मौके पर सहायक नगर आयुक्त रणदीप सिंह, उमाकांत चतुर्वेदी, दीप चन्द्र पांडे, हरीश बसेड़ा, विवेक गुप्ता, हेम उनियाल, राम सिंह, सुभम पाल, जल संस्थान के एई पूरन चंद्र पांडे, विक्रम सिंह, भूपेंद्र सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। एमएनए नरेश दुर्गापाल ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश में साफ अंकित है कि शहर के डीडी चौक से लेकर गाबा चौक तक 22.5 मीटर तक अतिक्रमण हटाया जाएगा। यही कारण है कि काशीपुर बाईपास रोड के मध्य से दोनों ओर 22.5 मीटर तक की नपाई करवाकर कब्जे हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। नोटिस और हिदायत देने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो प्रशासन खुद ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। इस दौरान नगर निगम, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, ऊर्जा निगम, जल संस्थान, लोनिवि, दूरसंचार, जिला विकास प्राधिकरण सहित आठ विभाग शामिल हैं और अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में सभी विभाग अहम भूमिका निभाएंगे।







