
खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
गौलापार में बच्चे की हत्या का पुलिस ने भले ही खुलासा कर दिया हो लेकिन बच्चे के सिर पर एक भी बाल ना मिलने से परिजन ने तंत्र-मंत्र के लिए हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त की है। रविवार को श्मशान घाट में जैसे ही बच्चे के शव से कफन उठा तो लोगों का आक्रोश भड़क उठा। क्योंकि सिर के बाल गायब थे। परिजनों ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाते हुए कहाकि उसकी हत्या तंत्र-मंत्र के चक्कर में की गई, न कि दुष्कर्म को छिपाने के लिए। इस दौरान तीन घंटे तक अमित के शव को दफनाया नहीं जा सका।
बता दें कि बीती 4 अगस्त को गौलापार निवासी 10 वर्ष के बच्चे की उसी के पड़ोसी निखिल जोशी ने हत्या कर दी थी। सिर व हाथ बरामद करने के बाद शनिवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम किया गया। रविवार को शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। दोपहर को परिजन शव को दफनाने के लिए राजपुरा स्थित मुक्ति धाम पहुंचे। यहां जैसे ही शव से कफन उठाया गया तो लोगों का दिल दहल उठा। सिर पर बाल गायब थे। यह देख पिता ने पुलिस के खुलासे को कटघरे में खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि सिर पर बाल न होना यह बताता है कि अमित की हत्या तंत्र-मंत्र के चक्कर में की गई न कि दुष्कर्म को छिपाने के लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड में निखिल के साथ उसका परिवार शामिल है। कहा, आखिर दुष्कर्म की बात को छिपाने के लिए कोई क्यों किसी के सिर और हाथ को धड़ से अलग कर करेगा? क्यों कटे हुए हाथ से अंगुलियां अलग करेगा और क्यों सिर के बाल निकालेगा? उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाया और कहा, पुलिस आरोपियों की बचाने की कोशिश कर रही है और इसकी वजह उनका गरीब होना और आरोपियों का पहुंच वाला होना है। वहीं हत्यारोपी निखिल को तो पकड़ लिया, लेकिन उस हथियार की तलाश अब भी है, जिससे शव के टुकड़े किए गए।






