
खबरों की दुनिया, नैनीताल
नैनीताल में विंटर कार्निवाल के पहले ही दिन अव्यवस्था और कमजोर पुलिस प्रबंधन के कारण मेगा इवेंट हंगामे में तब्दील हो गया। स्टार कलाकार परमीश वर्मा का बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम बीच में ही रोकना पड़ा और सुरक्षा कारणों से पुलिस को उन्हें स्टेज से हटाना पड़ा।
शनिवार से शुरू हुए विंटर कार्निवाल का उद्घाटन समारोह संपन्न होने के बाद पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री एवं सांसद अजय भट्ट, विधायक सरिता आर्या और नगर पालिका अध्यक्ष सरस्वती खेतवाल कुछ देर कार्यक्रम देखने के बाद लौट गए। इसके बाद जैसे ही स्टार नाइट में परमीश वर्मा का मुख्य कार्यक्रम शुरू हुआ, बड़ी संख्या में मौजूद युवाओं ने स्टेज के सामने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख परमीश वर्मा ने स्वयं माइक संभालते हुए दर्शकों से संयम बरतने और पीछे हटने की अपील की, लेकिन भीड़ नहीं मानी। हालात पर काबू पाने के लिए सीओ राकेश सेमवाल और एडीएम विवेक राय को स्वयं मंच के सामने पहुंचकर दर्शकों से बैरिकेडिंग के पीछे जाने की चेतावनी देनी पड़ी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि व्यवस्था न सुधरने पर कार्यक्रम निरस्त कर दिया जाएगा।
पुलिस ने अति उत्साहित युवाओं को जमीन पर बैठाकर नियंत्रण करने का प्रयास किया और स्टेज के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। छात्र संघ पदाधिकारियों और स्थानीय युवाओं ने भी हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ का जोश कम नहीं हुआ। रात लगभग 10 बजे स्टेज पर पहुंचे परमीश वर्मा ने आते ही माहौल बना दिया, लेकिन हंगामा लगातार बढ़ता गया। आखिरकार रात 10:52 बजे सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने परमीश वर्मा को जबरन स्टेज से हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इस दौरान मौके पर आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, एसपी जगदीश चंद्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद रहे। विंटर कार्निवाल जैसे बड़े आयोजन में अव्यवस्थाओं ने प्रशासनिक तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।






