
-पड़ोस की दुकान किराए पर लेने वाला कथित जनक राज जोशी घटना की रात से फरार
खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
मुखानी थानाक्षेत्र स्थित राधिका ज्वैलरी शॉप में हुई बड़ी चोरी एक सुनियोजित आपराधिक साजिश का नतीजा थी। जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने करीब 936 घंटे तक लगातार रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान यह बारीकी से देखा गया कि दुकान में कौन आता-जाता है, कितना माल रखा जाता है, दुकान खुलने-बंद होने का समय क्या है और सुरक्षा व्यवस्था कैसी है।
आरोपियों ने चोरी के लिए शुक्रवार की रात का चयन किया, ताकि शनिवार की बंदी और रविवार की देर से खुलने का फायदा उठाकर आराम से फरार हो सकें। योजना बिल्कुल वैसी ही साबित हुई।
राधिका ज्वैलरी शॉप के मालिक नवनीत शर्मा ने बताया कि उनकी दुकान से सटी एक दुकान पहले फर्नीचर के काम में इस्तेमाल होती थी, जो लंबे समय से खाली थी। इस दुकान के मालिक गौरव बिष्ट हैं। पिछले माह जनक राज जोशी नाम का व्यक्ति खुद को स्थानीय निवासी बताकर दुकान किराए पर लेने पहुंचा। उसने कपड़ों का शोरूम खोलने की बात कही और बिना किसी मोलभाव के 22,500 रुपये प्रतिमाह किराया तय कर लिया। 10 नवंबर से दुकान उसे सौंप दी गई। इसके बाद जनक राज ने चार कारीगर लगाए, जो कथित तौर पर रैक और फर्नीचर का काम कर रहे थे। इसी दौरान उसने ज्वैलरी शॉप के मालिक और उनके बेटों शुभम व रजत से नजदीकियां बढ़ाईं और लगातार दुकान की गतिविधियों पर नजर रखता रहा।
18 दिसंबर की रात आरोपियों ने कटर, छेनी और हथौड़ी की मदद से 18 इंच मोटी दीवार काटकर ज्वैलरी शॉप में प्रवेश किया। अनुमान है कि पूरी वारदात डेढ़ घंटे के भीतर अंजाम दी गई। चोर शोकेस में रखी ज्वैलरी समेट ले गए और तीन में से दो तिजोरियां गैस कटर से काट दीं। हालांकि तीसरी और मुख्य तिजोरी नहीं कट सकी, जिसमें दुकान का अधिकांश माल रखा हुआ था।
सीसीटीवी का डीवीआर भी उखाड़ ले गए
दुकान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। अंदर 6 और बाहर 2 सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन वारदात से पहले चोर सीसीटीवी का डीवीआर भी उखाड़ कर साथ ले गए, ताकि कोई सबूत न बचे। जांच में यह भी सामने आया कि दुकान मालिक ने किराए पर देने से पहले कथित जनक राज जोशी से आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र नहीं लिया। इस लापरवाही के कारण अब पुलिस को आरोपियों की पहचान में दिक्कत आ रही है। चोरी की रात से ही पड़ोसी दुकान में काम बंद था। रविवार को जब चोरी का खुलासा हुआ, उसी दिन दुकान मालिक गौरव के पास नेपाल के नंबर से फोन आया। फोन पर जनक राज ने सिर्फ इतना कहा कि वह “कल आएगा”, लेकिन दुकान बंद होने या घटना को लेकर कोई जवाब नहीं दिया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि घटना में शामिल आरोपियों की तलाश के लिए एसओजी, पुलिस और सर्विलांस टीम को लगाया गया है। आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपी चाहे कहीं भी हों, जल्द गिरफ्त में होंगे।


