
खबरों की दुनिया, रुद्रपुर
उत्तराखंड एसटीएफ की कुमाऊं टीम और रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर अवैध हथियारों के अंतर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पिस्टल, बंदूक और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी का तार 2016 के चर्चित नाभा जेल ब्रेक कांड से भी जुड़ा रहा है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पर आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम ने आरोपी के कब्जे से 4 अवैध ऑटोमेटिक पिस्टल (32 बोर) और मैगजीन, 1 डबल बैरल बंदूक (12 बोर इंडियन ऑर्डिनेंस), 30 कारतूस (12 बोर), 10 कारतूस (32 बोर) और एक बाइक जब्त की है। आरोपी पहले भी हथियार सप्लाई के मामले में साढ़े 6 साल पटियाला जेल में बंद रह चुका है। वर्ष 2023 में एनआईए उसकी गनहाउस में छापेमारी कर चुकी है।
एसएसपी ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा और एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने शनिवार को संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि, एसटीएफ के प्रभारी एमपी सिंह और रुद्रपुर कोतवाल मनोज रतूड़ी को पांच दिसंबर की देर रात इनपुट मिला था कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स से ताल्लुक रखने वाला एक व्यक्ति हथियारों की बड़ी खेप खपाने की कोशिश कर रहा है, जिसके बाद ज्वाइंट टीम ने काशीपुर फ्लाईओवर के नीचे जाल बिछाया। काशीपुर फ्लाईओवर के नीचे चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध बाइक को रोका गया। तलाशी में आरोपी के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार मिले। पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान मोहम्मद आसिम (32 वर्ष), निवासी धनसारा, थाना बाजपुर बताई। उसका परिवार बाजपुर में नक्श गन हाउस नाम से दुकान चलाता है। आरोपी रुद्रपुर को हथियारों की बड़ी खेप सप्लाई करने आया था। यही वही गनहाउस है, जहां 2023 में एनआईए ने छापा मारकर गैंगस्टरों को हथियार सप्लाई किए जाने की जांच शुरू की थी।
नाभा जेल ब्रेक से कनेक्शन
आरोपी मोहम्मद आसिम ने पूछताछ में बताया कि उसने नाभा जेल ब्रेक कांड में शामिल गैंगस्टरों को 100 से अधिक कारतूस सप्लाई किए थे, जिनका उपयोग जेल ब्रेक के दौरान किया गया था। एसटीएफ को आरोपी ने पिछले 10 वर्षों में बड़ी संख्या में हथियार बेचने और एक सक्रिय अवैध नेटवर्क की जानकारी भी दी है। तफ्तीश आगे बढ़ाई जा रही है।
नाभा जेल ब्रेक क्या था?
27 नवंबर 2016 की सुबह करीब 9 बजे पुलिस वर्दी में आए 15 हथियारबंद अपराधियों ने पंजाब की नाभा मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल पर हमला कर दो आतंकियों और चार कुख्यात गैंगस्टरों को फरार करा दिया था। हमलावर जेल में एक कैदी लाने का बहाना बनाकर अंदर घुसे और अंधाधुंध फायरिंग के बीच छह कैदियों को लेकर फरार हो गए थे। यह घटना उस समय देशभर में सुर्खियों में रही।
