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सिडकुल, पंतनगर स्थित मैसर्स इको इंडस्ट्रीज एलएलपी के वर्तमान निदेशक अभय त्रिवेदी ने कंपनी के पूर्व निदेशक प्रशांत कालरा और उनके परिजनों पर कंपनी की चेक बुक का दुरुपयोग कर सुनियोजित धोखाधड़ी, गबन और जालसाजी करने का गंभीर आरोप लगाया है।
इस संबंध में अभय त्रिवेदी ने पुलिस व एसएसपी कार्यालय में लिखित शिकायत देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले में प्रशांत कालरा समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चेक बुक दुरुपयोग और गबन का आरोप
शिकायत के अनुसार, 12 जुलाई 2019 को बैंक ऑफ बड़ौदा से कंपनी के नाम पर चेक बुक जारी की गई थी, जिसमें क्रम संख्या 1201 से 1250 तक चेक शामिल थे। इन चेक में से नंबर 001226 का विशेष रूप से दुरुपयोग किया गया।
बताया गया कि प्रशांत कालरा, जो उस समय कंपनी में नगद बिक्री और वित्तीय लेनदेन के जिम्मेदार थे, उन्होंने 13 जून 2017 को भेजे एक ईमेल में दो करोड़ 60 लाख रुपये की नगद बिक्री की जानकारी दी थी। आरोप है कि इस पूरी राशि में से केवल 10 लाख रुपये ही फर्म में जमा कराए गए, जबकि शेष करीब ढाई करोड़ रुपये का गबन कर लिया गया।
इस्तीफे के बाद भी की गई गड़बड़ी
प्रशांत कालरा और उनकी परिजन पुष्पा कालरा ने 5 मई 2021 को कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। निदेशक बनने के बाद जब अभय त्रिवेदी ने वित्तीय विवरण मांगा तो प्रशांत कालरा टालमटोल करते रहे और स्पष्ट रूप से हिसाब देने से इनकार कर दिया।
आरोप है कि इस्तीफे के बाद भी प्रशांत कालरा ने कंपनी के 157 चेक चोरी-छुपे अपने पास रख लिए। इसकी जानकारी मिलने पर कंपनी द्वारा 10 मार्च 2022 को सिडकुल चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
साझेदार फर्म के खाते में लगाया गया चेक
वाद के अनुसार, गुमशुदा चेक संख्या 001226 का उपयोग कर प्रशांत कालरा ने अपनी पत्नी आरती कालरा, मां पुष्पा कालरा और ससुर जगदीश तनेजा के साथ मिलकर उक्त चेक ग्लोबल ओवरसीज नामक साझेदारी फर्म के खाते में लगाया।
26 जुलाई 2023 को यह चेक जगदीश तनेजा द्वारा बैंक में प्रस्तुत किया गया, जो अनादृत हो गया। इसके आधार पर बाद में एनआई एक्ट की धारा 138 के तहत वादी के विरुद्ध परिवाद भी दायर किया गया।
धमकी और अवैध मांग के आरोप
अभय त्रिवेदी का आरोप है कि जब उन्होंने इस पूरे षड्यंत्र का विरोध किया, तो प्रशांत कालरा और उनके परिजनों ने एक करोड़ रुपये की अवैध मांग की और मना करने पर उन्हें झूठे केस में फंसाने, गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी दी। यह भी कहा गया कि प्रशांत कालरा के पिता श्याम सुंदर कालरा ने वादी के पिता देवेंद्र कुमार को फोन कर धमकी दी।
पहले भी हैं धोखाधड़ी के मामले
वाद के अनुसार, प्रशांत कालरा पहले भी रुद्रपुर के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं, जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
अभय त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि प्रशांत कालरा और उनका परिवार लगातार लोगों के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक लाभ उठाने का काम करते हैं। उन्होंने प्रशांत कालरा, आरती कालरा, श्याम सुंदर कालरा, पुष्पा कालरा और जगदीश तनेजा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की मांग की है।






