खबरों की दुनिया, नैनीताल
मण्डलायुक्त कुमाऊँ दीपक रावत के संज्ञान में यह मामला आया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, गरमपानी में नियुक्त हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीप सिंह नियमित रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। प्राप्त शिकायतों के अनुसार, डॉ. जगदीप प्रत्येक 10 दिन में मात्र एक बार अस्पताल में उपस्थित होते हैं और 10 दिनों की उपस्थिति पंजिका में एक साथ हस्ताक्षर करते हैं।
इस गंभीर प्रकरण को दृष्टिगत रखते हुए मण्डलायुक्त द्वारा उप जिलाधिकारी, कैंचीधाम को जांच के निर्देश दिए गए। जांच में यह तथ्य सामने आया कि डॉ. जगदीप सिंह ने उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर अवश्य किए हैं, किंतु विगत एक सप्ताह से वह अस्पताल में उपस्थित नहीं हुए हैं। मण्डलायुक्त द्वारा अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का परीक्षण कराए जाने पर यह पुष्टि हुई कि उक्त अवधि में डॉ. जगदीप अस्पताल में कहीं भी दिखाई नहीं दिए। जब इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ), नैनीताल से जानकारी ली गई तो यह सामने आया कि उन्हें इस विषय में कोई जानकारी नहीं थी।
इसके अतिरिक्त, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गरमपानी के सीएमएस डॉ. सतीश द्वारा भी उक्त अनियमितता की कोई सूचना सीएमओ नैनीताल को समय पर नहीं दी गई। मात्र बुधवार, 27 अगस्त 2025 को जब मामला प्रकाश में आया, तब जाकर सीएमएस द्वारा सीएमओ को इसकी सूचना दी गई। इस पूरे प्रकरण में डॉ. जगदीप सिंह की नियमित अनुपस्थिति, उपस्थिति पंजिका में कथित रूप से गलत हस्ताक्षर करना, सीएमएस द्वारा उच्चाधिकारियों को समय पर सूचना न देना, तथा सीएमओ को मामले की जानकारी न होना को मण्डलायुक्त ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। अतः मण्डलायुक्त कुमाऊँ दीपक रावत द्वारा निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य, कुमाऊँ मण्डल, नैनीताल को इस प्रकरण की विस्तृत जांच करने तथा जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं।





