खबरों की दुनिया, बग्वालीपोखर
बग्वालीपोखर के ऐतिहासिक *बग्वाई कौतिक* (बग्वाली मेला) के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में पूर्व विधायक महेश नेगी, उत्तराखंड ग्राम्य विकास के सदस्य और भाजपा प्रदेश विभाग प्रभारी अनिल शाही, गिरीश चौधरी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जीवन अधिकारी ने की।
संस्कृति विभाग उत्तराखंड की ओर से *श्रीराम कला सांस्कृतिक समिति, अल्मोड़ा* द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। *जिसमें उनकी राधा कृष्ण की झांकी व फूलों की होली प्रमुख रही।* लोक गायक प्रकाश कहाला ने अपनी गायिकी से समा बाँध दिया। उन्होंने ने *”लाल बोतल शराबा तू छै बड़ी खराबा, अब के करूँ रे..”*, *“आसुली मेरी घरवाई छु, डढूली यैक मैता”* जैसे गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
पूर्व विधायक महेश नेगी ने कहा कि *इस पौराणिक मेले में नई पीढ़ी के युवा कुछ नए प्रयोगों के साथ मेले को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके लिए क्षेत्र के युवा बधाई के पात्र हैं।“* मेला समिति के अध्यक्ष सूबेदार मेज़र हरी सिंह भंडारी ने कहा कि *”बग्वाई मेला समिति हर बार कुछ नया और बेहतर करती है। इसके लिए मैं अपनी पूरी टीम का आभार व्यक्त करता हूँ जिसके सहयोग एवं कर्मठता से मेला भव्य आकार ले सका है।“* अनिल शाही ने मेला समिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि *”विगत कुछ वर्षों से मेला समिति बेहतरीन कार्य कर रही है जिस से मेले की पहचान राज्य स्तर पर हुई है। मैं सरकार से मेले को और समृद्ध बनाने के लिए सहयोग की अपील करूँगा।*
कार्यक्रम में नन्द लाल आर्या, विनोद आर्या, जानकी प्रकाश आदि कलाकारों के अलावा अन्य क्षेत्रीय कलाकारों व विभिन्न विद्यालयों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, जीजीआईसी, दीक्षा मॉन्टेशरी स्कूल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नौलाकोट, राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढूंगी व रा.प्रा. विद्यालय सकुनी के बच्चों ने भी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। मेला परिसर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध थी तथा पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया था। गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी मेले में काफी भीड़ देखने को मिली। बाहर से आये व्यापारियों ने सड़क की दोनों ओर अपनी दुकानें सजा कर रखी थी। मेले में मेला समिति के अध्यक्ष सुबेदार मेजर हरी सिंह भंडारी, सचिव प्रमोद जोशी, सांस्कृतिक सचिव डॉ. दीपक मेहता, संयोजक संतोष बिष्ट, प्रवासी संयोजक त्रिभुवन बिष्ट, कोषाध्यक्ष विनोद अधिकारी, उपाध्यक्ष बलवीर भंडारी, अर्जुन बिष्ट, कुंदन सिंह मेहता, हरीशरण शर्मा, डॉ. डीडी जोशी, शिवदत्त पांडे, कुंदन भंडारी, नवीन पांडे, पंकज बिष्ट, विनोद थापा, आशुतोष शाही, भानू जोशी, प्रमोद तिवारी, मोहन भंडारी, प्रकाश भंडारी, मनोज पांडे, जगत सिंह, हरी सिंह आदि लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद जोशी ने किया।



