सुमित पाल की मौत के प्रकरण में अदालत के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाल पटवाई यूपी निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि उसका शास्त्री नगर गड्डा कॉलोनी ट्रांजिट कैंप में एक मकान है। जहां उसका बेटा सुमित पाल रहता था और उसका पड़ोसी की रहने वाली युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जब प्रेम कहानी की भनक युवती के भाईयों को लगी तो पप्पू राठौर, राजू राठौर, गुड्डू राठौर, नन्हे राठौर और संजीव निवासी शास्त्री नगर ट्रांजिट कैंप रंजिश रखने लगे और कई बार जान से मारने की धमकी भी दी।
जिसके बाद बेटे ने युवती से मिलना जुलना छोड़ दिया, लेकिन 27 फरवरी को अभियुक्तों ने फोन पर हत्या करने की धमकी दी और देर शाम को ही सूचना मिली कि उसका बेटा टुकटुक में बेसुध पड़ा हुआ है। जब मौके पर पहुंचा और बेटे को बाइक पर बैठाकर ले जा रहा था तो बेटा बार-बार युवती के भाइयों पर बेरहमी से पीटने और जहर देने की बात कह रहा था। आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आरोप था कि प्रकरण की शिकायती कोतवाली पुलिस से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद बेबस पिता ने अदालत में याचिका दायर की और सुनवाई करने के बाद अदालत के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।






