वैदिक जीवन पद्धति के प्रति किया जागरूक

महिला महाविद्यालय की नमामि गंगे इकाई की पहल

महिला महाविद्यालय हल्द्वानी की नमामि गंगे इकाई द्वारा राज्य स्वच्छता गंगा मिशन के निर्देशानुसार प्राचार्य प्रो0 आभा शर्मा की अध्यक्षता में सिद्धेश्वरी माता मंदिर, कलावती कॉलोनी में एक व्यापक जनजागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा स्वच्छता, नदी संस्कृति, योग, प्राकृतिक चिकित्सा और वैदिक जीवन पद्धति के प्रति जन-जागरण करना था। कार्यक्रम में डॉ. सर्वेश भारती इतिहासकार ने उत्तराखंड की नदी सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नदियाँ केवल जलधाराएँ नहीं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक चेतना की वाहक हैं। वेदाचार्य के0बी0 पाठक ने वेदों में वर्णित उत्तम दिनचर्या पर विस्तार से बताया, जिसमें प्रातःकालीन जागरण, यज्ञ, ध्यान, सात्त्विक आहार और संयमित जीवन की महत्ता पर बल दिया गया। उन्होंने ऋग्वेद और यजुर्वेद के श्लोकों से दैनिक जीवन में अपनाने योग्य उपायों को सरल भाषा में समझाया।योगाचार्य श्रीमती ज्योति चुफाल ने गृहणियों व बच्चों को केंद्र में रखते हुए ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम जैसे लाभकारी योगासन कराए। प्रतिभागियों ने मानसिक और शारीरिक लाभ का अनुभव साझा किया, जिनमें एक गृहिणी द्वारा वज्रासन से पाचन सुधार का उदाहरण उल्लेखनीय रहा। प्राकृतिक चिकित्सक श्री विमल पांडे ने आम जीवन में आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया। उन्होंने सिरदर्द, थकान, अनिद्रा जैसे लक्षणों के समाधान हेतु सरल विधियाँ बताईं। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रो0 आभा शर्मा ने पुराणों में वर्णित शिक्षाओं को सामान्य जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “ऐसे आयोजन समाज में स्वास्थ्य, संस्कृति और पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने की दिशा में प्रभावशाली कदम हैं।

इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री कमलेश जोशी, डॉ0 हिमानी, फिजियोथैरेपिस्ट श्रीमती नम्रता पांडे, कंचन पाठक, यशोधर नाथ सहित कई गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और ऐसे प्रयासों को नियमित रूप से जारी रखने की आवश्यकता बताई।

Harish Upreti Karan

पिछले 20 वर्षों से दैनिक जागरण, हिंदुस्तान व अमृत विचार में पत्रकार के रूप में कार्य करने के अलावा चार काव्य संग्रह प्रकाशित, आकाशवाणी रामपुर व अल्मोड़ा से विभिन्न रचनाओं का प्रसारण, हिंदी फिल्म "यंग बाइकर्स" के लिए गीत लेखन, पर्यटन विभाग के लिए बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "चंपावत एक धरोहर" की स्क्रिप्ट राइटिंग, कुमाऊनी फिल्म "फौजी बाबू", "पधानी लाली", रंगमंच के विभिन्न नाटकों में अभिनय, कुमाऊनी गीत "पहाड़ छोड़ दे" और "काली जींस" का लेखन व गायन, फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई का सदस्य