
खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
पार्षद को पुलिस द्वारा आधी रात और दूसरे दिन फिर बुलाकर कोतवाली में बैठाने से नाराज विधायक कोतवाली के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। कोतवाल से लेकर सीओ तक ने उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। अंत में एसएसपी पीएन मीणा को विधायक को मनाने के लिए आना पड़ा और वह विधायक के साथ सड़क पर बैठ उन्हें मनाते रहे। माफी और पार्षद से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
वार्ड-55 के पार्षद हैं अमित बिष्ट जिन्हें पुलिस कोतवाली ले आई थी। अमित के मुताबिक शुक्रवार को उनके इलाके में कुछ लोग बिजली के पोल पर चढ़े थे। जिसकी वजह से पोल पर लगी लाइट टेढ़ी हो गई। इसी लाइट को सीधा करने की बात पर पार्षद और दूसरे पक्ष में विवाद हो गया। जमकर मारपीट हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सूचना पर पुलिस ने अमित को हिरासत में ले लिया। आरोप है कि मारपीट करने वाले दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने के बावजूद पुलिस ने ढाई बजे रात तक अमित को न सिर्फ कोतवाली में बैठाए रखा, बल्कि उनके साथ बदलसूकी भी की। ढाई बजे रात भी इस शर्त अमित को छोड़ा जब उनके भतीजे को कोतवाली में बैठा लिया। इसके बाद सुबह फिर से पार्षद अमित को कोतवाली में बैठा लिया गया। कोतवाली के बाहर धरने पर बैठे विधायक बंशीधर भगत का कहना है कि उन्हें मामले को लेकर कोतवाल से लेकर एसएसपी तक को फोन किया। उनके कार्यकर्ता पर जब अन्याय बंद नहीं हुआ तो उन्हें धरने पर बैठना। सूचना देने के बावजूद कोतवाल दो घंटे बाद आए। इस बीच सड़क पर भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोतवाल, कई दरोगा और जब सीओ सिटी नितिन लोहनी भी विधायक को सड़क से उठाने में कामयाब नहीं हुए। विधायक अड़े थे कि एसएसपी सड़क पर आएं और माफी मांगे, इसके बाद ही उठेंगे। पुलिस के कई अधिकारी जब उन्हें मनाने में नाकाम रहे तो मजबूरी में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा को आना पड़ा। वह सड़क पर बैठे विधायक के पास पहुंचे और कोतवाली में चल कर बात करने का अनुरोध किया। जिसके बाद विधायक ने सड़क छोड़ी। कोतवाली में दोनों के बीच हुई बातचीत में उन्होंने पार्षद से माफी मांगने और पार्षद से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी के आश्वासन के बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ वापस लौट गए। इस दौरान मेयर गजराज बिष्ट, जोगेंद्र सिंह रौलेता, हरीमोहन अरोरा, विजय मनराल, राजेंद्र अग्रवाल, प्रदीप जनौटी, नन्हें कश्यप, कार्तिक हर्बोला, सचिन साह, कनिष्क ढींगरा, प्रदीप बिष्ट, त्रिभुवन बाली, सूरज रमोला, राजेंद्र नेगी, कमल मुनि, नीरज बिष्ट, भुवन जोशी आदि थे।
एसपी से बोले भगत-मैंने कहा स्मैक वालों पर कार्रवाई करो…की?, विधायक ने कोतवाली में एसएसपी से सवाल करने शुरू किए। विधायक ने एसएसपी से कहा, “मैंने तुमको कितनी बार फोन करके बताया कि मुखानी में स्मैक बिक रही है, अब बताओ तुमने कितने लोगों पर कार्रवाई की। कहा, मुझे एक का भी नाम बता दो।” इस पर एसएसपी बोले कि वह मामले को दिखवा रहे हैं। बहरहाल, बातों-बातों में विधायक ने ऐसे कई सवाल एसएसपी से पूछ डाले, जिस पर वह सिर्फ देखते रहे।




