खबरों की दुनिया, हल्द्वानी
कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने गनर बदलने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए नए गनर को लेने से इंकार कर दिया है। विधायक ने आरोप लगाया कि एसएसपी राज्य सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। वह गांधीवादी तरीके से न सिर्फ इसका जवाब देंगे, बल्कि जीतेंगे भी।
गनर हटाने से भड़के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा, अगर वह अपने गनर की कोई शिकायत करते या फिर उन्हें उसमें कोई कमी लगती तब उसे हटाते। उन्होंने आरोप लगाया कि गनर को जानबूझ कर हटाया गया है, ताकि उनकी गतिविधि को मॉनीटर कर सकें। उन्होंने कहा कि मैंने इनकी सुरक्षा इनके हवाले कर दी है। अब अगर मुझ पर जरा सी भी आंच आई या फिर मेरे साथ कुछ भी गलत होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी नैनीताल जिले के कप्तान और राज्य सरकार की होगी। उन्होंने एसएसपी पर द्वेष भावना के साथ कार्य करने का आरोप लगाया है। कहा, मुझे इनकी नीयत साफ नहीं लग रही है। मेरे पास जो गनर पहले था, उसने मेरी भरपूर सुरक्षा की है, वह मेरे घर के सदस्य के जैसे था। मुझे उस पर भरोसा है। नेता प्रतिपक्ष का गनर उन्होंने सस्पेंड किया है, यह खानापूर्ति कर रहे हैं। सीओ को हटा रहे हैं, एसओ की हटा रहे हैं जबकि हटाना कप्तान को चाहिए था। जिसके लिए चीफ जस्टिस ने न्यायालय में अर्टानी जनरल से कहा कि सरकार से बोलिए कि इनका तबादला करें। कहा अब हम इनके खिलाफ गांधीवादी तरीके से काम करेंगे और अंत में जीत हमारी होगी।विधायक जी के गनर को किसी विभाग के मामले में जांच हेतु बुलाया गया था, जांच बयान लेने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया है। विधायक जी से अनुरोध है कि पुलिस विभाग के आंतरिक कार्य प्रणाली, अनुशासन व क्रियाकलाप में अनावश्यक अपनी राजनैतिक हस्तक्षेप ना करें यदि उन्हें नैनीताल पुलिस पर भरोसा नहीं है, तो नैनीताल जिले का गनर छोड़कर अन्य जनपद से गनर लेने हेतु स्वतंत्र हैं।
विधायक जी के गनर को किसी विभाग के मामले में जांच हेतु बुलाया गया था, जांच बयान लेने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया है। विधायक जी से अनुरोध है कि पुलिस विभाग के आंतरिक कार्य प्रणाली, अनुशासन व क्रियाकलाप में अनावश्यक अपनी राजनैतिक हस्तक्षेप ना करें यदि उन्हें नैनीताल पुलिस पर भरोसा नहीं है, तो नैनीताल जिले का गनर छोड़कर अन्य जनपद से गनर लेने हेतु स्वतंत्र हैं।







