आपदा में उम्मीद की किरण: 39 लोगों का रेस्क्यू, 5 परिवार सुरक्षित आश्रय में पहुंचे

बारिश के कहर के बीच मॉक ड्रिल में दिखाई पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी

– जिलाधिकारी वंदना की सतत निगरानी में चला राहत-बचाव अभियान

खबरों की दुनिया, हल्द्वानी

बारिश की रुक-रुक कर हो रही तेज बौछारों के बीच सोमवार को जिले भर में एक अलग ही हलचल देखने को मिली। हर ओर आपदा के सायरन, रेस्क्यू बोट, स्ट्रेचर और राहत टीमों की गहमागहमी थी। यह नजारा किसी असली त्रासदी का नहीं, बल्कि एक मॉक ड्रिल का था—लेकिन इसकी गंभीरता और तैयारी ने यह जता दिया कि आपदा से लड़ने के लिए जिला प्रशासन और राहत एजेंसियां पूरी तरह तैयार हैं।

मॉक ड्रिल के तहत जिले के पांच संवेदनशील क्षेत्रों में एक साथ बाढ़ और जलभराव जैसी आपदाओं का सजीव अभ्यास किया गया। 39 लोगों को रेस्क्यू किया गया, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और पांच परिवारों को राहत केंद्र में सुरक्षित स्थान दिलाया गया। देवखड़ी की तपोवन कॉलोनी में मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया, वहीं चोरगलिया के सूर्यानाला क्षेत्र से दो घायलों को सीएचसी और तीन गंभीर घायलों को बेस अस्पताल भेजा गया। एक कार और बाइक को भी नाले से सुरक्षित बाहर निकाला गया। लालकुआं, पम्पापुरी और रामनगर के चुकुम गांव में भी बाढ़ जैसे हालातों को रेखांकित कर मुस्तैदी से राहत कार्यों को अंजाम दिया गया। चुकुम में कोसी नदी के उफान से बाढ़ का खतरा बना, तो वहीं लालकुआं बाजार में पानी भराव से अफरातफरी की स्थिति को नियंत्रित किया गया।

जिलाधिकारी वंदना की निगरानी में चला मिशन

पूरे अभियान पर जिलाधिकारी वंदना ने खुद नज़र रखी और संबंधित विभागों को मौके पर ही निर्देश दिए। उनके साथ एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा, सीडीओ अनामिका, एडीएम विवेक राय समेत तमाम उच्चाधिकारी जिले के DEOC केंद्र से पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर बनाए रहे। इस मॉक ड्रिल में पुलिस, SDRF, SSB, NDRF, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व पुलिस और अन्य एजेंसियों ने संयुक्त रूप से मोर्चा संभाला। रामनगर, चोरगलिया, काठगोदाम और लालकुआं में स्टेजिंग एरिया बनाए गए, जहां से राहत टीमें ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए रवाना हुईं।

ऑब्जर्वर की रिपोर्ट से मिलेगी तैयारी की असली तस्वीर

आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से पांचों ड्रिल साइटों पर ऑब्जर्वर तैनात किए गए थे, जो ड्रिल की गुणवत्ता, समयबद्धता और समन्वय की बारीकी से निगरानी कर रहे थे। आने वाले समय में इनकी रिपोर्ट के आधार पर तैयारियों में और भी सुधार किया जाएगा।

पुलिस के विभिन्न प्रभागों ने निभाई अहम भूमिका

एसपी सिटी प्रकाश चंद्र के नेतृत्व में काठगोदाम में सीओ नितिन लोहनी, रामनगर में सीओ सुमित पांडे, लालकुआं में सीओ दीपशिखा अग्रवाल और चोरगलिया व अन्य क्षेत्रों के थाना प्रभारियों ने अपनी टीमों के साथ इस मॉक ड्रिल को वास्तविकता के करीब तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह मॉक ड्रिल न केवल आपदा से लड़ने की प्रशासनिक तैयारियों की परीक्षा थी, बल्कि एक भरोसा भी—कि जब भी संकट आएगा, प्रशासन के पास अनुभव, ऊर्जा और समर्पण से भरी टीम है जो जन-जीवन को सुरक्षित निकालने के लिए तैयार खड़ी है। बारिश की गड़गड़ाहट के बीच यह संदेश साफ था—आपदा में भी उम्मीद की किरण जिंदा है।

 

 

Harish Upreti Karan

पिछले 20 वर्षों से दैनिक जागरण, हिंदुस्तान व अमृत विचार में पत्रकार के रूप में कार्य करने के अलावा चार काव्य संग्रह प्रकाशित, आकाशवाणी रामपुर व अल्मोड़ा से विभिन्न रचनाओं का प्रसारण, हिंदी फिल्म "यंग बाइकर्स" के लिए गीत लेखन, पर्यटन विभाग के लिए बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म "चंपावत एक धरोहर" की स्क्रिप्ट राइटिंग, कुमाऊनी फिल्म "फौजी बाबू", "पधानी लाली", रंगमंच के विभिन्न नाटकों में अभिनय, कुमाऊनी गीत "पहाड़ छोड़ दे" और "काली जींस" का लेखन व गायन, फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई का सदस्य

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